Agriculture Subsidy Check: राजस्थान सरकार द्वारा राज्य के किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और उपकरणों की खरीद में सहायता प्रदान करने के लिए कृषि विभाग के माध्यम से विभिन्न सब्सिडी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं के अंतर्गत किसानों को कृषि यंत्र, सिंचाई उपकरण, बीज, उर्वरक और अन्य आधुनिक तकनीकी संसाधनों की खरीद पर 40% से 70% तक की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह सब्सिडी राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से स्थानांतरित की जाती है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को आधुनिक कृषि के लिए प्रोत्साहित करना तथा उनकी आय में वृद्धि करना है। राजस्थान कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट राज किसान पोर्टल के माध्यम से किसान घर बैठे इन योजनाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

योजना की प्रमुख विशेषताएं
राजस्थान कृषि सब्सिडी योजना 2025 के अंतर्गत किसानों को अनेक प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस योजना में सौर पंप, ड्रिप सिंचाई प्रणाली, फव्वारा सिंचाई, ट्रैक्टर और अन्य कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जाता है। इसके अतिरिक्त खेत की तारबंदी, कच्ची तलाई निर्माण, डिग्गी निर्माण, सिंचाई पाइपलाइन और जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण में भी सरकार आर्थिक मदद करती है।
इस योजना की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें महिला किसानों और अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के किसानों को विशेष प्राथमिकता दी गई है। सामान्य वर्ग के पुरुष किसानों को लगभग 40% अनुदान मिलता है जबकि महिला किसानों को 50% तक की सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के किसानों के लिए भी विशेष अनुदान प्रतिशत निर्धारित किया गया है।
योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
राजस्थान कृषि सब्सिडी योजना के लिए आवेदन करना बेहद सरल है। सबसे पहले किसानों को राज किसान पोर्टल पर जाकर अपना एसएसओ आईडी से लॉगिन करना होता है। इसके पश्चात उन्हें कृषि विभाग के अंतर्गत आने वाली जिस योजना का लाभ लेना है, उसका चयन करना होता है। आवेदन फॉर्म में सभी आवश्यक जानकारी जैसे व्यक्तिगत विवरण, भूमि विवरण, बैंक खाता विवरण आदि सही-सही भरना अनिवार्य है।
आवेदन पूर्ण होने के बाद किसान को एक आवेदन संख्या प्राप्त होती है जिसे सुरक्षित रखना चाहिए। इसके बाद किसान को निर्धारित समयावधि में अपने चयनित यंत्र या उपकरण की खरीदारी करनी होती है। खरीदारी के बाद मूल बिल और रसीद की प्रति पोर्टल पर अपलोड करनी होती है। सभी दस्तावेजों का सत्यापन होने के बाद सब्सिडी राशि सीधे किसान के बैंक खाते में जमा कर दी जाती है।
सब्सिडी स्टेटस कैसे चेक करें?
यदि आपने राजस्थान कृषि सब्सिडी के लिए आवेदन किया है और अपने आवेदन की स्थिति जानना चाहते हैं तो यह प्रक्रिया भी बहुत आसान है। सर्वप्रथम राज किसान पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। होम पेज पर “एप्लीकेशन स्टेटस” का विकल्प दिखाई देगा, उस पर क्लिक करें। अब आपके सामने एक नया पेज खुलेगा जिसमें आपको “सिलेक्ट टाइप” में सब्सिडी का चयन करना होगा।
इसके बाद “सिलेक्ट स्कीम सब्सिडी” के अंतर्गत कृषि विभाग का चयन करें और फिर आपने जिस विशेष योजना के लिए आवेदन किया था उसका चयन करें। अब अपना एप्लीकेशन नंबर दर्ज करें जो आपको आवेदन के समय प्राप्त हुआ था। सबमिट बटन पर क्लिक करते ही आपके आवेदन की पूरी स्थिति स्क्रीन पर दिखाई देगी। आप इसका प्रिंटआउट भी निकालकर अपने पास सुरक्षित रख सकते हैं।
योजना के मुख्य लाभ
राजस्थान कृषि सब्सिडी योजना से किसानों को अनेक प्रकार के लाभ मिल रहे हैं। इस योजना के माध्यम से किसान कम लागत में आधुनिक कृषि उपकरण खरीद सकते हैं जिससे उनकी उत्पादकता में वृद्धि होती है। जल संरक्षण और ड्रिप सिंचाई प्रणाली से पानी की बचत होती है तथा फसलों को उचित मात्रा में पानी मिलता है। सौर ऊर्जा आधारित पंपों से बिजली के खर्च में कमी आती है।
इसके अलावा खेत की तारबंदी से फसलों को आवारा पशुओं से सुरक्षा मिलती है और नुकसान से बचा जा सकता है। आधुनिक कृषि यंत्रों के उपयोग से समय और श्रम दोनों की बचत होती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सब्सिडी राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में आती है जिससे पारदर्शिता बनी रहती है।
संपर्क और सहायता
यदि किसानों को योजना से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या या जानकारी की आवश्यकता हो तो वे राजस्थान कृषि विभाग के हेल्पलाइन नंबर 1800-180-1551 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त अपने जिले के कृषि विभाग कार्यालय में जाकर भी सहायता प्राप्त की जा सकती है। राज किसान पोर्टल पर भी सभी योजनाओं की विस्तृत जानकारी और दिशा-निर्देश उपलब्ध हैं।
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राजस्थान सरकार की यह पहल किसानों के जीवन स्तर को सुधारने और कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। किसानों को चाहिए कि वे इस योजना का अधिकतम लाभ उठाएं और अपनी कृषि गतिविधियों को नई तकनीकों से जोड़ें।